राहत इंदौरी के शब्दों में – ‘सभी का ख़ून है शामिल यहाँ की मिट्टी में, किसी के बाप का हिन्दोस्तान थोड़ी है’| पिछले ७-८ सालों में आयी जेनेटिक क्रांति राहत इंदौरी के इस कथन का प्रमाण दे रही है | और इसलिए हमने पुलियाबाज़ी के इस अंक में डेविड राइख की किताब ‘Who We Are and How We Got Here' (
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सभी का ख़ून है शामिल यहाँ की मिट्टी में. We…
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राहत इंदौरी के शब्दों में – ‘सभी का ख़ून है शामिल यहाँ की मिट्टी में, किसी के बाप का हिन्दोस्तान थोड़ी है’| पिछले ७-८ सालों में आयी जेनेटिक क्रांति राहत इंदौरी के इस कथन का प्रमाण दे रही है | और इसलिए हमने पुलियाबाज़ी के इस अंक में डेविड राइख की किताब ‘Who We Are and How We Got Here' (